अफ़्सानों की क़िंदीलें हैं!

अफ़्सानों की क़िंदीलें हैं अन-देखीं मेहराबों में,
लोग जिसे सहरा कहते हैं दीवानों की बस्ती है|

राही मासूम रज़ा

2 Comments

    1. shri.krishna.sharma says:

      Thanks a lot ji

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