
सुरमई आँखों के नीचे फूल से खिलने लगे,
कहते कहते कुछ किसी का सोचना अच्छा लगा|
अमजद इस्लाम अमजद
आसमान धुनिए के छप्पर सा
सुरमई आँखों के नीचे फूल से खिलने लगे,
कहते कहते कुछ किसी का सोचना अच्छा लगा|
अमजद इस्लाम अमजद