
नीम-शब की ख़ामोशी में भीगती सड़कों पे कल,
तेरी यादों के जिलौ में घूमना अच्छा लगा|
अमजद इस्लाम अमजद
आसमान धुनिए के छप्पर सा
नीम-शब की ख़ामोशी में भीगती सड़कों पे कल,
तेरी यादों के जिलौ में घूमना अच्छा लगा|
अमजद इस्लाम अमजद