
बात तो कुछ भी नहीं थीं लेकिन उसका एक दम,
हाथ को होंटों पे रख कर रोकना अच्छा लगा|
अमजद इस्लाम अमजद
आसमान धुनिए के छप्पर सा
बात तो कुछ भी नहीं थीं लेकिन उसका एक दम,
हाथ को होंटों पे रख कर रोकना अच्छा लगा|
अमजद इस्लाम अमजद
very nice.
Thanks a lot ji