
मेरे ख़्वाबों में भी तू मेरे ख़यालों में भी तू,
कौन सी चीज़ तुझे तुझ से जुदा पेश करूँ|
साहिर लुधियानवी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
मेरे ख़्वाबों में भी तू मेरे ख़यालों में भी तू,
कौन सी चीज़ तुझे तुझ से जुदा पेश करूँ|
साहिर लुधियानवी