
उनका ये कहना सूरज ही धरती के फेरे करता है,
सर-आँखों पर सूरज ही को घूमने दो ख़ामोश रहो|
इब्न ए इंशा
आसमान धुनिए के छप्पर सा
उनका ये कहना सूरज ही धरती के फेरे करता है,
सर-आँखों पर सूरज ही को घूमने दो ख़ामोश रहो|
इब्न ए इंशा