
नसीब आज़माने के दिन आ रहे हैं,
क़रीब उनके आने के दिन आ रहे हैं|
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
आसमान धुनिए के छप्पर सा
नसीब आज़माने के दिन आ रहे हैं,
क़रीब उनके आने के दिन आ रहे हैं|
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़