
गिरजा में मंदिरों में अज़ानों में बट गया,
होते ही सुब्ह आदमी ख़ानों में बट गया|
निदा फ़ाज़ली
आसमान धुनिए के छप्पर सा
गिरजा में मंदिरों में अज़ानों में बट गया,
होते ही सुब्ह आदमी ख़ानों में बट गया|
निदा फ़ाज़ली