
मिरे दिल की राख कुरेद मत इसे मुस्कुरा के हवा न दे,
ये चराग़ फिर भी चराग़ है कहीं तेरा हाथ जला न दे|
बशीर बद्र
आसमान धुनिए के छप्पर सा
मिरे दिल की राख कुरेद मत इसे मुस्कुरा के हवा न दे,
ये चराग़ फिर भी चराग़ है कहीं तेरा हाथ जला न दे|
बशीर बद्र