धूप ने तलवे जलाए हैं क्या क्या!

छटा जहाँ से उस आवाज़ का घना बादल,
वहीं से धूप ने तलवे जलाए हैं क्या क्या|

कैफ़ी आज़मी

2 Comments

    1. shri.krishna.sharma says:

      Thanks a lot ji

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