
ज़िन्दा हूँ सच बोल के भी,
देख के ख़ुद हैरान हूँ मैं|
राजेश रेड्डी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
ज़िन्दा हूँ सच बोल के भी,
देख के ख़ुद हैरान हूँ मैं|
राजेश रेड्डी
आप को देख कर देखता रह गया,
क्या कहूं और कहने को क्या रह गया|
वसीम बरेलवी