
बहारो मेरा जीवन भी सँवारो,
कोई आए कहीं से यूँ पुकारो|
कैफ़ी आज़मी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
बहारो मेरा जीवन भी सँवारो,
कोई आए कहीं से यूँ पुकारो|
कैफ़ी आज़मी
बहार आए तो मेरा सलाम कह देना,
मुझे तो आज तलब कर लिया है सहरा ने|
कैफ़ी आज़मी