
कहीं खो दिया कहीं पा लिया, कहीं रो लिया कहीं गा लिया,
कहीं छीन लेती है हर ख़ुशी, कहीं मेहरबां बेहिसाब है|
राजेश रेड्डी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
कहीं खो दिया कहीं पा लिया, कहीं रो लिया कहीं गा लिया,
कहीं छीन लेती है हर ख़ुशी, कहीं मेहरबां बेहिसाब है|
राजेश रेड्डी
हमें ऐ ज़िन्दगी तुझ पर हमेशा रश्क आता है,
मसायल से घिरी रहती है फिर भी मुस्कुराती है|
मुनव्वर राना
सबका ख़ुशी से फ़ासला एक क़दम है,
हर घर में बस एक ही कमरा कम है|
जावेद अख़्तर
बस्ती बस्ती दहशत किसने बो दी है,
गलियों बाज़ारों की हलचल भेजो न|
राहत इन्दौरी
मैं उसी तरह तो बहलता हूँ यारों,
और जिस तरह बहलते हैं|
जॉन एलिया
ग़म बिक रहे थे मेले में ख़ुशियों के नाम पर,
मायूस होक लौटे हैं हर इक दुकाँ से हम|
राजेश रेड्डी
अब खुशी है न कोई दर्द रुलाने वाला,
हमने अपना लिया हर रंग ज़माने वाला|
निदा फ़ाज़ली
एक ग़म था जो अब देवता बन गया,
एक ख़ुशी है कि वह जानवर हो गई|
रामावतार त्यागी
हो सके तो चल किसी की आरजू के साथ-साथ,
मुस्कराती ज़िंदगी पर मौत का मंतर न फेंक|
कुंवर बेचैन
आज मिलने की ख़ुशी में सिर्फ़ मैं जागा नहीं,
तेरी आँखों से भी लगता है कि तू सोया न था|
अदीम हाशमी