एक पुराने दुख ने पूछा , क्या तुम अभी वहीं रहते हो,
उत्तर दिया चले मत आना, मैंने वो घर बदल लिया है!
शिशुपाल सिंह ‘निर्धन’
आसमान धुनिए के छप्पर सा
एक पुराने दुख ने पूछा , क्या तुम अभी वहीं रहते हो,
उत्तर दिया चले मत आना, मैंने वो घर बदल लिया है!
शिशुपाल सिंह ‘निर्धन’