
ले मेरे तजुर्बों से सबक ऐ मेरे रक़ीब,
दो चार साल उम्र में तुझसे बड़ा हूँ मैं|
क़तील शिफ़ाई
आसमान धुनिए के छप्पर सा
ले मेरे तजुर्बों से सबक ऐ मेरे रक़ीब,
दो चार साल उम्र में तुझसे बड़ा हूँ मैं|
क़तील शिफ़ाई