
दुनिया तिरी रौनक़ से मैं अब ऊब रहा हूँ,
तू चाँद मुझे कहती थी मैं डूब रहा हूँ|
मुनव्वर राना
आसमान धुनिए के छप्पर सा
दुनिया तिरी रौनक़ से मैं अब ऊब रहा हूँ,
तू चाँद मुझे कहती थी मैं डूब रहा हूँ|
मुनव्वर राना