
रात तेरी यादों ने दिल को इस तरह छेड़ा,
जैसे कोई चुटकी ले नर्म नर्म गालों में|
बशीर बद्र
आसमान धुनिए के छप्पर सा
रात तेरी यादों ने दिल को इस तरह छेड़ा,
जैसे कोई चुटकी ले नर्म नर्म गालों में|
बशीर बद्र