
उनसे नज़रें क्या मिलीं रौशन फ़ज़ाएँ हो गईं,
आज जाना प्यार की जादूगरी क्या चीज़ है|
निदा फ़ाज़ली
आसमान धुनिए के छप्पर सा
उनसे नज़रें क्या मिलीं रौशन फ़ज़ाएँ हो गईं,
आज जाना प्यार की जादूगरी क्या चीज़ है|
निदा फ़ाज़ली