
एक सितारा जल्दी जल्दी डूब गया,
मैंने जब तारे गिनने की कोशिश की|
गुलज़ार
आसमान धुनिए के छप्पर सा
एक सितारा जल्दी जल्दी डूब गया,
मैंने जब तारे गिनने की कोशिश की|
गुलज़ार
चमकती है अंधेरों में ख़मोशी,
सितारे टूटते हैं रात ही में|
निदा फ़ाज़ली
महलों में हमने कितने सितारे सजा दिए,
लेकिन ज़मीं से चाँद बहुत दूर हो गया|
बशीर बद्र
कहा गया है सितारों को छूना मुश्किल है,
ये कितना सच है कभी तजरबा किया जाए|
निदा फ़ाज़ली
इस डूबते सूरज से तो उम्मीद ही क्या थी,
हँस हँस के सितारों ने भी दिल तोड़ दिया है|
महेश चंद्र नक़्श
सितारो आओ मिरी राह में बिखर जाओ,
ये मेरा हुक्म है हालाँकि कुछ नहीं हूँ मैं|
राहत इन्दौरी
चराग़ों की लौ से सितारों की ज़ौ तक,
तुम्हें मैं मिलूँगा जहाँ रात होगी|
बशीर बद्र
गुज़रें जो मेरे घर से तो रुक जाएँ सितारे,
इस तरह मिरी रात को चमकाओ किसी दिन|
अमजद इस्लाम अमजद
सुना है रात उसे चाँद तकता रहता है,
सितारे बाम-ए-फ़लक से उतर के देखते हैं|
अहमद फ़राज़
हमें भी नींद आ जायेगी हम भी सो ही जायेंगे,
अभी कुछ बेक़रारी है सितारों तुम तो सो जाओ|
क़तील शिफ़ाई