
आग़ाज़-ए-मोहब्बत है आना है न जाना है,
अश्कों की हुकूमत है आहों का ज़माना है|
जिगर मुरादाबादी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
आग़ाज़-ए-मोहब्बत है आना है न जाना है,
अश्कों की हुकूमत है आहों का ज़माना है|
जिगर मुरादाबादी