
उफ़ वो मरमर से तराशा हुआ शफ़्फ़ाफ़ बदन,
देखने वाले उसे ताज-महल कहते हैं|
क़तील शिफ़ाई
आसमान धुनिए के छप्पर सा
उफ़ वो मरमर से तराशा हुआ शफ़्फ़ाफ़ बदन,
देखने वाले उसे ताज-महल कहते हैं|
क़तील शिफ़ाई