
लबों से उड़ गया जुगनू की तरह नाम उसका,
सहारा अब मिरे घर में न रौशनी का रहा|
कैफ़ी आज़मी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
लबों से उड़ गया जुगनू की तरह नाम उसका,
सहारा अब मिरे घर में न रौशनी का रहा|
कैफ़ी आज़मी