
वो शख़्स कि मैं जिससे मोहब्बत नहीं करता,
हँसता है मुझे देख के नफ़रत नहीं करता|
क़तील शिफ़ाई
आसमान धुनिए के छप्पर सा
वो शख़्स कि मैं जिससे मोहब्बत नहीं करता,
हँसता है मुझे देख के नफ़रत नहीं करता|
क़तील शिफ़ाई