
हज़ार जाल लिए घूमती फिरे दुनिया,
तिरे असीर किसी के हुआ नहीं करते|
अमजद इस्लाम अमजद
आसमान धुनिए के छप्पर सा
हज़ार जाल लिए घूमती फिरे दुनिया,
तिरे असीर किसी के हुआ नहीं करते|
अमजद इस्लाम अमजद