
मैं तेरी सूरत लिए सारे ज़माने में फिरा,
सारी दुनिया में मगर, कोई तेरे जैसा न था|
अदीम हाशमी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
मैं तेरी सूरत लिए सारे ज़माने में फिरा,
सारी दुनिया में मगर, कोई तेरे जैसा न था|
अदीम हाशमी