
सोए तो दिल में एक जहाँ जागने लगा,
जागे तो अपनी आँख में जाले थे ख़्वाब के|
आदिल मंसूरी
आसमान धुनिए के छप्पर सा
सोए तो दिल में एक जहाँ जागने लगा,
जागे तो अपनी आँख में जाले थे ख़्वाब के|
आदिल मंसूरी