गोवा का वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय फिल्म मेला- IFFI 2019

गोवा भारत का एक प्रमुख पर्यटन केंद्र है, जहाँ देश-विदेश से सैलानी आकर्षक समुद्र-तटों को देखने और प्रदूषण मुक्त वातावरण में फुर्सत के कुछ पल बिताने के लिए आते हैं। विशेष रूप से जब देश के अनेक भागों में सर्दी पड़ रही होती है तब भी यहाँ पर मौसम सुहाना होता है। इस प्रकार के पर्यटन स्थलों पर सैलानियों को कुछ और गतिविधियां भी आकर्षित करती हैं। गोवा के मामले में ऐसी ही एक गतिविधि है अंतर्राष्ट्रीय फिल्म मेला अर्थात IFFI, जिसका कल 20 नवंबर को उद्घाटन हुआ।

 

 

आईएफएफआई-2019 का उद्घाटन कल पणजी, गोवा में बड़ी धूमधाम के साथ हुआ। इस फिल्म मेले के स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री- श्री प्रकाश जावड़ेकर ने सिनेमा जगत की दो महान हस्तियों- श्री अमिताभ बच्चन और श्री रजनीकांत की गौरवशाली उपस्थिति में किया, जिनको फिल्म जगत में एक लंबी पारी पूरी करने के अवसर पर सम्मानित भी किया गया। अमिताभ बच्चन जी ने अपने फिल्मी करियर के 50 वर्ष पूरे कर लिए हैं और श्री रजनीकांत भी लगभग इतने ही समय से लोगों को अपने अभिनय से चमत्कृत कर रहे हैं।

 

नौ दिन तक चलने वाले इस समारोह में 76 देशों की 200 से अधिक फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी तथा सिनेमा प्रेमियों के लिए अपनी रुचि के अनुसार श्रेष्ठतम फिल्में देखने का यह सुनहरा अवसर है। इस बार के फिल्म मेले में रूसी फिल्मों को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जा रहा है।

 

 

इस फिल्म मेले के भव्य उद्घाटन समारोह का संचालन, श्री अमिताभ बच्चन और श्री रजनीकांत जैसी दिव्य हस्तियों की उपस्थिति में प्रमुख फिल्मी व्यक्तित्व श्री करन जौहर ने किया, और इन विशिष्ट अतिथियों द्वारा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री- श्री प्रकाश जावड़ेकर के साथ मिलकर, इस समारोह के प्रारंभ की घोषणा की गई।

 

 

इस समारोह में श्री रजनीकांत को भारतीय सिनेमा में उनके अमूल्य योगदान के लिए एक विशेष पुरस्कार ‘आइकन ऑफ गोल्डन जुबिली एवार्ड’ से सम्मानित किया गया, जो इस 50 वें फिल्म उत्सव से ही प्रारंभ किया गया है। अपने योगदान से फ्रेंच सिनेमा की पहचान बन चुकी अभिनेत्री- सुश्री इसाबेले अन्ने मेडेलीने हुपर्ट को इस अवसर पर ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट एवार्ड’ प्रदान किया गया।

 

 

इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री- श्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा ऐसा वातावरण तैयार किया जा रहा है कि अधिक से अधिक विदेशी निर्माता, बिना किसी असुविधा के भारत में अपनी फिल्मों की शूटिंग कर पाएं और इस प्रकार हमारे देश का प्रकृतिक सौंदर्य पूरी दुनिया तक पहुंचे। अब उन निर्माताओं को एक बिंदु से ही शूटिंग की अनुमति मिल पाएगी और अनेक स्थानों पर नहीं भटकना पड़ेगा। इस प्रकार उन निर्माताओं को भी आसानी होगी और गोवा, लेह-लद्दाख, अंडमान निकोबार जैसे स्थानों को भी इसका लाभ मिलेगा।

 

 

मंत्री जी ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी, संगीत तथा फिल्में हमारी मृदुल शक्ति हैं और हमें इनको आगे बढ़ाना चाहिए। हर फिल्मी चरित्र हमारे मस्तिष्क पर लंबे समय तक बनी रहने वाली छाप छोड़ता है और उसमें हमारे विचार तथा हमारा मूड बदलने की शक्ति होती है। उन्होंने कहा कि भारतीय फिल्मों के दर्शक लगातार बढ़ रहे हैं और आज दुनिया भर में भारतीय फिल्में देखी जाती हैं। मंत्री जी ने कहा कि इस समारोह में दुनिया भर की अनेक अच्छी फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी और यह गोवा के पूर मुख्यमंत्री स्व. मनोहर पर्रिकर जी के प्रति हमारी विनम्र श्रद्धांजलि होगी।

 

 

श्री रजनीकांत जी ने ‘आइकन ऑफ गोल्डन जुबिली एवार्ड’ स्वीकार करते हुए, श्री अमिताभ बच्चन जी के कर कमलों से यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने यह पुरस्कार उन सभी निर्माताओं, निर्देशकों और तकनीशियनों को समर्पित किया, जिनके साथ उन्होंने फिल्मों मे काम किया है तथा अपने प्रशंसकों के प्रति आभार व्यक्त किया ।

श्री अमिताभ बच्चन ने अपना सम्मान किए जाने पर हार्दिक आभार व्यक्त किया और कहा कि वे आईएफएफआई के बहुत आभारी हैं  कि उनका सम्मान किया गया और उनकी फिल्मों का विशेष प्रदर्शन किया जा रहा है। श्री अमिताभ बच्चन ने यह भी कहा कि आज फिल्में हमारे जीवन का अटूट हिस्सा बन गई हैं। गोवा में इतना विशाल फिल्म उत्सव आयोजित होने से गोवा दुनिया भर में हो रही गतिविधियों की झलक मिलती है और उनको बाहर के लोगों से मिलने-जुलने का अवसर मिलता है।

 

 

सूचना एवं प्रसारण सचिव श्री अमित खरे ने इस समारोह की प्रमुख विशेषताओं की जानकारी दी और यह बताया कि 1952 में जहाँ इसमें 23 देशों ने भाग लिया था, इस वर्ष यह संख्या बढ़कर 76 हो गई है।

गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन में हर प्रकार की फिल्में शामिल हैं और यह समारोह भारतीय और विदेशी निर्माताओं, कलाकारों को एक-दूसरे के निकट लाता है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि फिल्में समाज के दर्पण के रूप में काम करती हैं।

इस समारोह शामिल हुए कुछ प्रमुख व्यक्ति हैं- विश्व विख्यात सिनेमेटोग्राफर और आईएफएफआई इंटरनेशनल जूरी चेयरमैन- जॉन बेली, भारतीय फिल्म निर्माता और भारतीय जूरी के अध्यक्ष- श्री प्रियदर्शन और अन्य जूरी सदस्य, रूसी प्रतिनिधिमंडल की प्रामुख- मारिया लेमेशेवा और अन्य अनेक गणमान्य अतिथि इस समारोह में शामिल हुए।

इस आयोजन में इन फिल्म समारोहों को गोवा की पहचान बनाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मनोहर पर्रिकर को, उनके योगदान को रेखांकित करने वाली एक लघुफिल्म के माध्यम से भावभीनी श्रंद्धांजलि दी गई। इस आयोजन में जिन प्रमुख भारतीय फिल्मी हस्तियों को सम्मानित किया गया उनमें श्री रमेश सिप्पी, श्री एन. चंद्रा, श्री पी.सी.श्रीराम शामिल थे।

समारोह में शामिल कुछ प्रमुख व्यक्तियों में केंद्रीय आयुष मंत्री- श्री श्रीपद नायक, केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री- श्री बाबुल सुप्रियो, केंद्रीय फिल्म सर्टिफिकेशन बोर्ड के अध्यक्ष- श्री प्रसून जोशी आदि शामिल थे।

इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री- श्री प्रकाश जावडेकर ने 50 वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह के अवसर पर एक डाक टिकट भी जारी की। उद्घाटन में अनेक भव्य प्रस्तुतियां की गईं, जिनमें विख्यात संगीतकार एवं गायक श्री शंकर महादेवन और उनके बैंड की प्रस्तुति ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

फिल्म-समारोह का प्रारंभ इटली की फिल्म ‘डिस्पाइट द फॉग’ (कोहरे के बावज़ूद) से हुआ। इस फिल्म से जुड़े कलाकार और अन्य कर्मी भी फिल्म प्रदर्शन के अवसर पर उपस्थित थे। आईएफएफआई के इस स्वर्ण जयंती उत्सव में लगभग 7000 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

इस आयोजन में 76 देशों की 200 से अधिक प्रतिष्ठित फिल्मों का प्रदर्शन होगा, रूस की फिल्मों पर इस समारोह में विशेष रूप से फोकस किया गया है और भारतीय पैनोरमा खंड में 15 नॉन-फीचर फिल्में भी प्रदर्शित की जाएंगी। ऐसी आशा की जाती है कि इस विशिष्ट समारोह में 10, 000 से अधिक सिनेमा प्रेमी भाग लेंगे और यह समारोह पणजी, गोवा में 28, नवंबर, 2019 को संपन्न होगा।
(उद्घाटन समारोह से संबंधित सभी छायाचित्र- बॉलीवुड फोटोग्राफर श्री कबीर अली (कबीर एम. लव के सौजन्य से)

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